राजस्थान पटवारी सिलेबस 2025

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राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (RSMSSB) द्वारा पटवारी भर्ती 2025 की आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस भर्ती के अंतर्गत कुल 3,705 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। अगर आप इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो अब आपके पास अधिसूचना, सिलेबस, परीक्षा पैटर्न और तिथियों की पूरी जानकारी मौजूद है।

इस लेख में आपको मिलेगा –

  • राजस्थान पटवारी परीक्षा 2025 का विषयवार सिलेबस

  • परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या और अंक

  • चयन प्रक्रिया और तैयारी की रणनीति

राजस्थान पटवारी एग्जाम पैटर्न 2025

राजस्थान पटवारी में कितने पेपर होते हैं इसके लिए आपको इसके पैटर्न को समझने की जरूरत है. इसमें केवल एक लिखित परीक्षा होती है जिसके बाद दस्तावेज़ सत्यापन होता है। पटवारी सिलेबस 2025 (patwar syllabus 2025) और परीक्षा पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी नीचे देखें-

  • परीक्षा का तरीका- ऑफलाइन/ऑनलाइन
  • पेपर प्रारूप- वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न
  • अवधि- 3 घंटे
  • कुल अंक- 100
  • नकारात्मक अंकन- प्रत्येक गलत विकल्प के लिए 1/3 अंक की कटौती।
विषय प्रश्नों की संख्या कुल मार्क
भारत का सामान्य विज्ञान, इतिहास, राजनीति और भूगोल: सामान्य ज्ञान, समसामयिकी 38 76
राजस्थान का भूगोल, इतिहास, संस्कृति और राजनीति 30 60
सामान्य अंग्रेजी और हिंदी 22 44
मानसिक क्षमता और तर्क, बुनियादी संख्यात्मक दक्षता 45 90
बेसिक कंप्यूटर 15 30
कुल 150 300

राजस्थान पटवारी सिलेबस 2025

1. सामान्य विज्ञान; भारत का इतिहास, राजनीति और भूगोल; सामान्य ज्ञान, समसामयिक घटनाक्रम

  • विज्ञान के सामान्य आधारभूत तत्व एवं दैनिक विज्ञान, मानव शरीर आहार एवं पोषण, स्वास्थ्य देखभाल
  • प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँ एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक (10वीं शताब्दी के मध्य से वर्तमान तक) घटनाएं
  • भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन प्रणाली, संवैधानिक विकास
  • भारत की मौगोलिक विशेषताएं, पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय परिवर्तन एवं इनके प्रभाव
  • समसामयिक राष्ट्रीय घटनायें

2. राजस्थान का भूगोल, इतिहास, संस्कृति और राजनीति

  • राजस्थान के इतिहास की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएँ,
  • राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था गवर्नर राज्य विधानसभा उच्च कलय राजस्थान लोक सेवा आयोग, प्रशासन जिला, राज्य
  • मानवाधिकार आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, लोकायुक्त राज्य सूचना आयोग, लोक नीति
  • सामाजिक सांस्कृतिक मुदये।
  • स्वतन्त्रता आन्दोलन जन-जागरण एवं राजनीतिक एकीकरण।
  • लोक कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तहित्य एवं स्थापाय।
  • मेले, त्यौहार, लोकसंगीत एवं लोकनृत्य।
  • राजस्थानी संस्कृति एवं विरासत साहित्य।
  • राजस्थान के धार्मिक आख्यान संत एवं लोकदेवता।
  • महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल।
  • राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।

3. सामान्य अंग्रेजी और हिंदी

(i) सामान्य हिन्दी-

    • दिये गये शब्दों की संधि एवं शब्दों का संधि-विचोद।
    • उपसर्ग एवं प्रत्यय इनके संयोग से शब्दरचना तथा शब्दों से उपसर्ग एवं प्रायय की पृथक करता, इनकी पहचान।
    • समस्त (सामासिक) मद की रचना करना समसा (सामासिक) पद का विग्रह करना।
    • शब्द युग्मों का अर्थ मेद।
    • पर्यायवाची शब्द और विलोम शब्द।
    • शुद्धि शब्द को शुद्ध लेखन के रूप में प्रस्तुत किया गया।
    • बाक्य शुद्धि वर्तनी संबंधी अशुद्धियों को प्रोडकर वाक्य संबंधी अन्य व्याकरणीय जशुद्धियों का शुद्धीकरण।
    • वाक्यांश के लिये एक उपयुक्त शब्द।
    • पारिभाषिक शब्दावली-प्रशासन से सम्बन्धित अंग्रेजी शब्दों के समका हिन्दी शब्द।
    • मुहावरे एवं लोकोक्ति

(ii) सामान्य अंग्रेजी

    • Comprehension of unseen passage.
    • Correction of common errors, correct usage.
    • Synonym/ antonym.
    • Phrases and idioms.

4. मानसिक क्षमता और तर्क, बुनियादी संख्यात्मक दक्षता

  • श्रृंखला/सादृश्य बनाना।
  • आकृति मैट्रिक्स प्रश्न, वर्गीकरण
  • वर्णमाला परीक्षण.
  • परिच्छेद एवं निष्कर्ष।
  • रक्त संबंध
  • कोडिंग-डिकोडिंग
  • दिशा बोध परीक्षण.
  • बैठने की व्यवस्था
  • इनपुट आउटपुट।
  • संख्या रैंकिंग और समय वर्ग।
  • निर्णय लेना
  • शब्दों की तार्किक व्यवस्था।
  • लुप्त वर्ण/संख्या सम्मिलित करना।
  • गणितीय संक्रियाएँ, औसत, अनुपात,
  • क्षेत्र और आयतन
  • प्रतिशत
  • साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज
  • एकात्मक विधि.
  • लाभ और हानि

5. बेसिक कंप्यूटर

  • कंप्यूटर की विशेषताएँ.
  • कंप्यूटर संगठन जिसमें RAM, ROM, फ़ाइल सिस्टम, इनपुट डिवाइस, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर शामिल हैं-
  • हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच संबंध
  • ऑपरेटिंग सिस्टम
  • एमएस-ऑफिस (वर्ड, एक्सेल/स्प्रेडशीट, पावर प्वाइंट का अनुभव)

बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली सभी वस्तुनिष्ठ परीक्षाओं में किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दिये जाने के संबंध में अभ्यर्थी से पुष्टि करवाये जाने हेतु ओ.एम.आर. उत्तरपत्रक में पाँचवा विकल्प के संबंध में निम्नलिखित विशेष निर्देश लागू किये गये है :-

1. प्रत्येक प्रश्न के 05 विकल्प A, B, C, D, E. अंकित रहेगें। उनमें से अभ्यर्थी को केवल एक विकल्प को नीले बॉल पेन से गहरा गोल उत्तरपुस्तिका में सही उत्तर दर्शाने हेतु करना होगा।

प्रत्येक प्रश्न में A, B, C, D, E के रूप में चिह्नित पांच विकल्प हैं। आपको उत्तर पत्रक पर नीले बॉल प्वाइंट पेन का उपयोग करके सही उत्तर को इंगित करते हुए केवल एक वृत्त (बुलबुला) को काला करना है।

2. प्रत्येक प्रश्न के लिये विकल्पों में से केवल एक विकल्प को भरना आवश्यक होगा।

प्रत्येक प्रश्न के लिए केवल एक विकल्प भरना अनिवार्य है।

3. यदि अभ्यर्थी द्वारा किसी प्रश्न को हल नहीं किया है तो उसके लिये पाँचवा विकल्प E को गोला गहरा करना होगा। यदि पाँचों विकल्पों में से किसी को भी गहरा नहीं किया जाता है तो ऐसे 10 प्रतिशत प्रश्नों तक प्रत्येक प्रश्न के 1/3 अंक घटाये जावेगें।

यदि आप कोई प्रश्न हल नहीं कर रहे हैं तो आपको ‘E’ वृत्त को काला करना होगा। यदि पाँचों वृत्तों में से कोई भी वृत्त काला नहीं किया गया तो प्रश्न के अंकों का एक तिहाई (1/3) भाग काट लिया जाएगा।

4. प्रश्न पत्र हल करने के बाद अभ्यर्थी को यह सुनिश्ििचत करना होगा कि उसने प्रत्येक प्रश्न का एक गोला गहरा भर दिया है। इस हेतु निर्धारित समय के बाद अभ्यर्थी को 10 मिनट अतिरिक्त समय दिया जावेगा।

प्रश्नपत्र हल करने के बाद अभ्यर्थी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसने प्रत्येक प्रश्न के लिए एक वृत्त (बुलबुला) को काला कर दिया है। इसके लिए निर्धारित समय से 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

5. जिस अभ्यर्थी द्वारा 10 प्रतिशत से अधिक प्रश्नो को किन्ही पाँच गोलों में से गहरा नहीं भरने पर उसे अयोग्य किया जावेगा।

यदि कोई अभ्यर्थी 10% से अधिक प्रश्नों में पांचों गोले में से किसी को भी काला नहीं करेगा तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।

राजस्थान पटवारी सिलेबस इन हिंदी 2025 पीडीएफ डाउनलोड

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